वेतन नहीं बढ़ाने से नाराज बैंककर्मी हड़ताल पर, इंदौर में रैली निकाल किया प्रदर्शन

इंदौर. 12 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार से बैंककर्मी दो दिवसीय हड़ताल चले गए हैं। जिस कारण तीन दिनों तक बैंकें बंद रहने से चेक क्लीयरिंग के साथ लेन-देन ठप रहेगा। ऐसे में कर्मचारियों को सैलरी और पेंशनरों को पेंशन 3 तारीख तक ही मिल पाएगी। हालांकि नेट बैंकिंग, मोबाइल बैकिंग और एटीएम इस दौरान चालू हैं। दरअसल बैंककर्मी वेतन बढ़ोतरी, फाइव डे वीक, पेंशन सहित अन्य मांगें पूरी नहीं होने से नाराज हैं। मांगें नहीं मानने पर कर्मचारियों ने 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।


रैली निकाल किया प्रदर्शन
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रव्यापी हड़ताल के तहत इंदौर में भी बैंककर्मियों ने रैली निकाली। सुबह 10 बजे साटा बाजार स्थित बैंक ऑफ इंडिया के सामने सभी कर्मचारी एकत्रित हुए और यहां जमकर प्रदर्शन करने के बाद बोरा बाजार सराफा होते हुए रैली के रूप में यशवंत रोड स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के प्रमुख कार्यालय पहुंचे, जहां सभी ने मिलकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।


10 लाख बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी हड़ताल 
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर देशभर के 10 लाख बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी हड़ताल पर हैं। ये लोग 27 माह से लंबित वेतन पुनरीक्षण समझौता एवं संबंधित मुद्दों के शीघ्र निराकरण की मांग को लेकर 31 जनवरी, 1 फरवरी तक हड़ताल पर हैं। मांगें नहीं मानने पर ये 11 से 13 मार्च को भी हड़ताल पर रहेंगे। इसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई तो बैंककर्मी 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर चले जाएंगे।


पांच दिन का सप्ताह करने सहित ये हैं प्रमुख मांगें



  •  वेतन में 20 फीसदी की बढ़ोतरी।

  •  बैंकों में हफ्ते में 5 दिन काम हो।

  •  बेसिक में स्पेशल भत्ता मिलाएं।

  •  एनपीएस खत्म हो।

  •  परिवार पेंशन में सुधार।

  •  स्टाफ वेलफेयर फंड का लाभ के आधार पर बांटना।

  •  रिटायरमेंट राशि आयकर मुक्त हो